क्या कहा ? शुगर यानि डायबीटीज हॆ. तो भई! रसगुल्ले तो आप खाने से रहे.मॆडम! आपकी तबियत भी कुछ ठीक नहीं लग रही. क्या कहा, ब्लड-प्रॆशर हॆ. तो आपकी दूध-मलाई भी गयी.सभी के सेवन हेतु, हम ले कर आये हॆं-हास्य-व्यंग्य की चाशनी में डूबे,हसगुल्ले.न कोई दुष्प्रभाव(अरे!वही अंग्रेजी वाला साईड-इफॆक्ट)ऒर न ही कोई परहेज.नित्य-प्रति प्रेम-भाव से सेवन करें,अवश्य लाभ होगा.इससे हुए स्वास्थ्य-लाभ से हमें भी अवगत करवायें.अच्छा-लवस्कार !

08 नवंबर 2007

दीपावली की शुभकामनाय़ें


सभी-
नामी-ग्रामी
जाने-अनजाने
परिचित-अपरिचित
साथियों को
दीपावली की शुभकामनायें.
स्नेह की बाती से
प्रेम का दीपक जलायें.
*******

1 टिप्पणी:

रवीन्द्र प्रभात ने कहा…

ज्योति - पर्व की ढेर सारी बधाईयाँ !