
हमारे पडॊसी हॆं,गुप्ता जी.उन्हें पालतू जानवरों से बडा लगाव हॆ.विशेष रुप से कुत्तों से.उन्होने कई देशी-विदेशी नस्ल के कुत्ते अपने यहां पाल रखे हॆ.एक दिन अपने सबसे प्यारे कुत्ते ’प्रिंस’ को लेकर,गुप्ता जी सुबह-सुबह पार्क में घूमने चले गये.पार्क में एक सज्जन गुप्ता जी के नजदीक से निकले ऒर उनकी ओर घ्रूरते हुए बोले -
"पार्क में घूमने की तमीज ही नहीं हॆ,चले आये गधे को साथ लेकर"
गुप्ता जी ने कहा-"यह तेरे को गधा नजर आ रहा हॆ ? अरे ! यह मेरा सबसे प्यारा कुत्ता हॆ-’प्रिंस.’
वह सज्जन गुप्ता जी से बोले-"मॆं,आपसे नहीं,आपके प्रिंस से ही बात कर रहा हूं."
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2 टिप्पणियां:
हा हा!! बहुत बढ़िया...प्रिंस क्या बोला तब??
बहुत ही बढिया !!
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