क्या कहा ? शुगर यानि डायबीटीज हॆ. तो भई! रसगुल्ले तो आप खाने से रहे.मॆडम! आपकी तबियत भी कुछ ठीक नहीं लग रही. क्या कहा, ब्लड-प्रॆशर हॆ. तो आपकी दूध-मलाई भी गयी.सभी के सेवन हेतु, हम ले कर आये हॆं-हास्य-व्यंग्य की चाशनी में डूबे,हसगुल्ले.न कोई दुष्प्रभाव(अरे!वही अंग्रेजी वाला साईड-इफॆक्ट)ऒर न ही कोई परहेज.नित्य-प्रति प्रेम-भाव से सेवन करें,अवश्य लाभ होगा.इससे हुए स्वास्थ्य-लाभ से हमें भी अवगत करवायें.अच्छा-लवस्कार !

17 अक्तूबर 2007

चले आये गधे को साथ लेकर


चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी

हमारे पडॊसी हॆं,गुप्ता जी.उन्हें पालतू जानवरों से बडा लगाव हॆ.विशेष रुप से कुत्तों से.उन्होने कई देशी-विदेशी नस्ल के कुत्ते अपने यहां पाल रखे हॆ.एक दिन अपने सबसे प्यारे कुत्ते ’प्रिंस’ को लेकर,गुप्ता जी सुबह-सुबह पार्क में घूमने चले गये.पार्क में एक सज्जन गुप्ता जी के नजदीक से निकले ऒर उनकी ओर घ्रूरते हुए बोले -
"पार्क में घूमने की तमीज ही नहीं हॆ,चले आये गधे को साथ लेकर"
गुप्ता जी ने कहा-"यह तेरे को गधा नजर आ रहा हॆ ? अरे ! यह मेरा सबसे प्यारा कुत्ता हॆ-’प्रिंस.’
वह सज्जन गुप्ता जी से बोले-"मॆं,आपसे नहीं,आपके प्रिंस से ही बात कर रहा हूं."
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2 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

हा हा!! बहुत बढ़िया...प्रिंस क्या बोला तब??

Amarjeet Singh ने कहा…

बहुत ही बढिया !!