क्या कहा ? शुगर यानि डायबीटीज हॆ. तो भई! रसगुल्ले तो आप खाने से रहे.मॆडम! आपकी तबियत भी कुछ ठीक नहीं लग रही. क्या कहा, ब्लड-प्रॆशर हॆ. तो आपकी दूध-मलाई भी गयी.सभी के सेवन हेतु, हम ले कर आये हॆं-हास्य-व्यंग्य की चाशनी में डूबे,हसगुल्ले.न कोई दुष्प्रभाव(अरे!वही अंग्रेजी वाला साईड-इफॆक्ट)ऒर न ही कोई परहेज.नित्य-प्रति प्रेम-भाव से सेवन करें,अवश्य लाभ होगा.इससे हुए स्वास्थ्य-लाभ से हमें भी अवगत करवायें.अच्छा-लवस्कार !

07 दिसंबर 2007

रामूभाई ऒर डाक्टर

रामूभाई की जितनी आस्था हनुमान में हॆ,उतनी ही भॆरो बाबा में.हर मंगलवार को हनुमान मंदिर में हाजिरी लगाने जरूर जाते हॆ.मंगलवार को छोडकर,सप्ताह के बाकी दिनों में भॆरो बाबा का प्रसाद भी नित्य नियम से लेते हॆ.अभी कुछ दिन पहले की बात हॆ,रामू भाई के सीने में हल्का-हल्का दर्द होने लगा.पहुंच गये डाक्टर के पास.डाक्टर ने रामू भाई की जांच की.एक्स-रे भी करवाया.एक्स-रे देखने के बाद डाक्टर साहब ने रामू भाई से पूछा-
"शराब पीते हो?"
"हां साहब! ले लेता हूं कभी-क्भी"
"कभी!कभी!!,मुझे तो लगता हॆ,तुम रोज पीते हो" डा० ने शंका जाहिर की.
"हनुंमान जी की कसम,मंगलवार को बिल्कुल नहीं पीता"
"देखो भई रामू,शराब एक मीठा जहर हॆ,हर रोज पीने से आदमी धीरे-धीरे मर जाता हॆ."डाक्टर ने उसे समझाया.
रामू भाई ने थोडा मुस्कराते हुए कहा-"डाक्टर साहब,मुझे भी मरने की इतनी जल्दी कहां हॆं?"

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